सफरनामा: 68 साल बाद एयर इंडिया की कॉकपिट में फिर टाटा, कराची से बॉम्बे की थी पहली उड़ान
chronology of Air India: टाटा संस के चेयरमैन रतन टाटा ने ट्वीट कर कर लिखा, 'वेलकम बैक, एअर इंडिया'.
(Image: Rata tata twitter)
(Image: Rata tata twitter)
Tata sons gets back Air India: सरकारी एयरलाइंस कंपनी एयर इंडिया की कमान आखिरकार 68 साल बाद एक बार फिर टाटा ग्रुप के पास आ गई है. टाटा संस के चेयरमैन रतन टाटा ने ट्वीट कर कर लिखा, 'वेलकम बैक, एयर इंडिया'. टाटा ग्रुप ने एयर इंडिया की बोली 18,000 करोड़ रुपए में अपने नाम की है. आइए टाटा एयरलाइंस से एयर इंडिया के इस सफर को जानते हैं....
1932 में पड़ी टाटा एयरलाइंस की नींव
साल 1932 में एयर इंडिया की स्थापना टाटा एयर सर्विसेज के तौर पर हुई थी, जिसका नाम बाद में बदलकर टाटा एयरलाइंस कर दिया गया था. ब्रिटेन की शाही रॉयल एयर फोर्स के पायलट होमी भरूचा टाटा एयरलाइंस के पहले पायलट थे जबकि जेआरडी टाटा दूसरे पायलट थे. जेआरडी टाटा ने कराची से बंबई की उड़ान भरी थी. 15 अक्टूबर 1932 को इस उड़ान के दौरान उनके जहाज में डाक थी. बंबई से इस जहाज को नेविल विसें चेन्नई ले गए थे.
1946 में बदला नाम
दूसरे विश्वयुद्ध के समय एयरलाइंस की सेवाएं रोक दी गई थीं. हालांकि, इस दौरान एयरलाइन ने रॉयल एयर फोर्स की उनकी सेना की आवाजाही, सप्लाई ले जाने, शरणार्थियों को बचाने और एयरक्राफ्ट के रखरखाव में मदद की. जब फिर से सेवाएं बहाल हुईं तो 29 जुलाई 1946 को टाटा एयरलाइंस का नाम बदलकर "एयर इंडिया लिमिटेड" कर दिया गया.
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1953 में हुआ राष्ट्रीयकरण
साल 1947 में एयर इंडिया की 49 फीसदी भागीदारी सरकार ने ले ली थी. इसके बाद साल 1953 में इसका राष्ट्रीयकरण कर दिया गया. 1953 में भारत सरकार ने एयर कॉरपोरेशन एक्ट को पास किया और टाटा संस से एयरलाइन में मालिकाना हक खरीद लिया. हालांकि, जेआरडी टाटा 1977 तक इसके चेयरमैन बने रहे. कंपनी का नाम बदलकर एयर इंडिया इंटरनेशनल लिमिटेड कर दिया गया. अगस्त 1953 में सरकार ने सभी नौ निजी कंपनियों का राष्ट्रीयकरण कर दिया था. 8 जून 1962 को एयरलाइन के नाम को आधिकारिक तौर पर 'एयर इंडिया' कर दिया गया.
2017 में विनिवेश को मिली मंजूरी
साल 2007 में एयर इंडिया और इंडियन एयरलाइंस को एयर इंडिया लिमिटेड का मर्जर किया गया. साल 2013 में घाटे के चलते एयर इंडिया के प्राइवेटाइजेशन की बात शुरू हुई. 2018 में एयर इंडिया को बेचने की कोशिश सफल नहीं हुई. इसके बाद सरकार ने जनवरी 2020 में विनिवेश प्रक्रिया को दोबारा शुरू किया. आखिरकार, टाटा ग्रुप ने 8 अक्टूबर 2021 एक बार फिर एयर इंडिया का कंट्रोल हासिल कर लिया. बता दें, एयर इंडिया पर 38 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का कर्ज है.
05:36 PM IST